शनिवार, 26 जनवरी 2019

सुना है मेरा देश आजाद कहलाता है

सुना है मेरा देश आजाद कहलाता है,
सुना है मेरा देश आजाद कहलाता है।

एक बच्चा पिज्जा-बर्गर खाता है,
एक बच्चे को राशन भी न मिल पाता है।
एक बच्चा कोल्ड ड्रिंक से गला तर करता है,
एक बच्चा आँसू पी-पीकर मरता है।
एक बच्चा थाली में खाना छोड़ जाता है,
एक बच्चा भूख से दम तोड़ जाता है।

ये अंतर वीभत्स तस्वीर दिखाता है,
सुना है मेरा देश आजाद कहलाता है।

एक बच्चा ढेरों सुविधाएँ पाता है,
एक बच्चा ढेरों दुविधाएँ पाता है।
एक बच्चा महँगी कारों में घूमता है,
एक बच्चा कूड़े में रोजी ढूँढता है।
एक बच्चा महलों का राजकुमार है,
एक बच्चा पाता सिर्फ दुत्कार है।

'समानता का अधिकार' सिसकियाँ बहाता है,
सुना है मेरा देश आजाद कहलाता है।

एक बच्चा पाया है परिवार बड़ा ऊँचा,
एक बच्चा पाया है मोहल्ले का गंदा कूँचा।
एक बच्चा निर्बाध शिक्षा पाता है,
एक बच्चा पेट भरने स्कूल जाता है।
एक बच्चा हजारों का जेबखर्च पाता है,
एक बच्चा पेंसिल भी नहीं खरीद पाता है।

गरीब को चोर का तमगा मिल जाता है,
सुना है मेरा देश आजाद कहलाता है।

एक बच्चा अपने खिलौनों पर ऐंठता है,
एक बच्चा घूरे के ढेर पर बैठता है।
एक बच्चा हर रात महँगे सपने सजाता है,
एक बच्चा चैन की नींद भी न सो पाता है।
एक बच्चा जिद करने से पहले चीज पाता है,
एक बच्चा जिद का मतलब भी न जान पाता है।

भारत, इंडिया देखकर ललचाता है,
सुना है मेरा देश आजाद कहलाता है।

एक बच्चा विदेश से जूते मँगाता है,
एक बच्चा चप्पल को तरस जाता है।
एक बच्चा कुत्ते से दिल बहलाता है,
एक बच्चा गोबर के उपले बनाता है।
एक बच्चा वेटर को महँगी टिप दे आता है,
एक बच्चा मजदूरी करके पेट भर पाता है।

समाजवाद जुमला बनकर रह जाता है,
सुना है मेरा देश आजाद कहलाता है।

एक बच्चा नोटों के भरोसे आगे बढ़ता है,
एक बच्चा योग्यता से सीढ़ियाँ चढ़ता है।
एक बच्चा पैसे के नशे में रहना चाहता है,
एक बच्चा सुंदर भारत बनाना चाहता है।
एक बच्चा मनोरंजन में गरीब को नोंचता है,
एक बच्चा दूसरों के बारे में भी सोचता है।

सत्य को हर मोड़ पर संघर्ष करना पड़ जाता है,
सुना है मेरा देश आजाद कहलाता है।
सुना है मेरा देश आजाद कहलाता है।

प्रांजल सक्सेना

आपको गणतंत्र दिवस की हार्दिक बधाई।

उपरोक्त कविता में जो मुद्दे हैं वो मेरे द्वारा रचित उपन्यास 'गाँव वाला अंग्रेजी स्कूल' में विस्तार से उठाये गये हैं। इस गणतंत्र दिवस समय निकालकर मनोरंजन और शिक्षा से भरी इस पुस्तक को पढ़ें। मुझे पूरी आशा है कि आप निराश नहीं होंगे।

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