रविवार, 6 अक्तूबर 2019

महानपुर के नेता

महानपुर के नेता से चर्चा में आए प्रांजल
07 Oct 2019
पूर्व माध्यमिक स्कूल रहटुइया के सहायक अध्यापक प्रांजल सक्सेना की किताब महानपुर के नेता इन दिनों सुर्खियों में है। हास्य-व्यंग्य में पगी इस किताब को हिंद युग्म ने प्रकाशित किया है।

पेशे से शिक्षक प्रांजल को शुरू से ही लिखने का बड़ा शौक रहा। लोगों के हंसते-खिलखिलाते चेहरे देखना उन्हें काफी पसंद है और उससे भी ज्यादा पसंद है उस खिलखिलाहट का कारण बनना। प्रांजल को खुद ही नहीं याद है कि उनके चुटकुले कब कहानियों में बदल गए। देखते ही देखते इसने एक उपान्यास का रूप ले लिया। कच्ची पोई ब्लॉग के जरिए प्रांजल पहले ही लोगों का मनोरंजन कर रहे थे। दो वर्ष की मेहनत के बाद उन्होंने महानपुर के नेता किताब लिखी। यह किताब भारतीय राजनीति में होने वाली हर तिकड़मबाजी को बयां करती है। किताब में वर्तमान राजनीति पर गहरी चोट भी की गई है। प्रांजल की किताब अमेजन पर भी उपलब्ध है। बरेली के शिक्षकों के साथ ही बाहरी पाठक भी इसे खूब पढ़ रहे हैं।

प्रांजल सक्सेना  द्वारा रचित पुस्तक महानपुर के नेता पढ़ने के लिए क्लिक करें-

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